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स्कूलों की पढ़ाई रोचक बनाएगा फिरोज का शोध बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक फिरोज के सूचना संप्रेषण तकनीक शोध पर प्रशिक्षण परिषद की मुहर

 

स्कूलों की पढ़ाई रोचक बनाएगा फिरोज का शोध
बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक फिरोज के सूचना संप्रेषण तकनीक शोध पर प्रशिक्षण परिषद की मुहर
जागरण विशेष
तन्त्रिका तन्त्र
• अमर सिंह राघव • बुलंदशहर
सरकार सरकारी विद्यालयों को
कॉर्बेट व पब्लिक स्कूलों की तर्ज
पर विकसित करने के लिए गंभीरता
से काम कर रही है। शिक्षक फिरोज
खान ने सूचना संप्रेषण तकनीक
(आईसीटी) के शिक्षण में प्रयोग
पर शोध किया है। शोध से ग्रामीण
परिषदीय स्कूलों के बच्चे शहर के
बच्चों की तरह तकनीकों में समृद्ध
होने के साथ मनोरंजन के माध्यम
से पढ़ाई करेंगे। साथ ही परिषदीय
विद्यालयों में नामांकन का ग्राफ तेजी
से बढ़ेगा।
• जिले के गुलावठी ब्लाक के
संविलियन विद्यालय चिड़ावक के
सहायक अध्यापक फिरोज खान ने
सूचना संप्रेषण तकनीक प्रयोग पर
शोध से शिक्षा को नया आयाम दिया
है। शोध से शिक्षक शिक्षण में सूचना
M
Firo Khan
अपने विद्यालय में आईसीटी के माध्यम से बच्चों को पढ़ाते शिक्षक फिरोज खान • सौ स्वयं
संप्रेषण तकनीक (आईसीटी)
के
माध्यम से दीक्षा योजना को बेहतर
तरीके से क्रियवित कर पाएंगे। साथ
ही आईसीटी के प्रयोग से शिक्षण
मनोरंजक होने से बच्चों का अधिगम
संप्राप्ति स्तर सुधरने व विद्यालय
ठहराव में मदद मिलने के साथ बच्चे
बुनियादी शिक्षा के दौरान शिक्षण में
आईसीटी का बेहतर प्रयोग भी सीख
सकेंगे। साथ ही परिषद विद्यालय
कांवेंट स्कूलों की तरह स्मार्ट बन
जाएंगे। फिरोज खान ने अपने सूचना
संप्रेषण तकनीक प्रयोग में छात्र-
अभिभावक व शिक्षकों पर शोध
किया है। इसमें तकनीक के प्रयोग में
आने वाली बाधा व उनके समाधान
के सुलभ तरीके सुझाए हैं। राज्य
शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण
परिषद ने इस शोध को शिक्षक
संदर्शिका में शामिल कर लिया है।
इससे पहले फिरोज बेसिक शिक्षा
विभाग की 35 ई-बुक बनाने वाले
बेसिक शिक्षा में क्रांतिकारी
बदलाव हो रहे हैं। बेसिक
•शिक्षा विभाग के शिक्षक फिरोज के
आईसीटी पर शोध जनपद व प्रदेश के
लिए गौरवांवित करने वाला है। जिले में
बेसिक शिक्षा विभाग निरंतर कीर्तिमान
स्थापित कर रहा है।
– चंद्रप्रकाश सिंह, डीएम
प्रदेश की टीम में शामिल रह चुके हैं।
फिरोज ने बताया कि सूचना संपर्क
तकनीक शिक्षण में सुगमता लगाने
के लिए कंप्यूटर, प्रोजेक्टर, ईबुक
आदि का इस्तेमाल करने में सहायक
होती है। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं
प्रशिक्षण परिषद दिल्ली ने 16 थीम
पर दिसंबर माह में शोध पत्र मांगे
थे। देशभर से सिर्फ बेसिक शिक्षा
विभाग के प्रदेश से दो शिक्षकों ने
अपने शोध पत्र जमा करना विभाग
के लिए सुखद है। इनमें से जनपद
के शिक्षक फिरोज खान व दूसरी
शिक्षिका कानपुर के सरसौल ब्लाक
के प्राथमिक विद्यालय खुजऊपुर की
पिछले
14 साल
से विद्यालय में
सूचना संपर्क
तकनीक
का प्रयोग
कर रहा हूं।
एससीईआरटी के निर्देश पर आईसीटी
प्रयोग थीम पर शोध किया है। आईसीटी
के प्रयोग सेबच्चों मनोरंजन के साथ
पढ़ाई कर सकेंगे।
– फिरोज खान, शिक्षक संविलियन
विद्यालय विज्ञासक
पूजा यादव शामिल रही हैं। पूजा
यादव ने परंपरागत शिक्षण विधियों
की उदासीनता को प्रतिस्थापित
करने पर शोध किया है। फिरोज
खान को शिक्षा मंत्रालय की और
से साल 2018 में आईसीटी (सूचना
संपर्क तकनीक) के प्रभावशाली
और नवाचारी एकीकरण से विद्यार्थी
अधिगम प्रोन्नति के लिए नेशनल
अवार्ड मिल चुका है।स्कूलों की पढ़ाई रोचक बनाएगा फिरोज का शोध बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक फिरोज के सूचना संप्रेषण तकनीक शोध पर प्रशिक्षण परिषद की मुहर जागरण विशेष तन्त्रिका तन्त्र • अमर सिंह राघव • बुलंदशहर सरकार सरकारी विद्यालयों को कॉर्बेट व पब्लिक स्कूलों की तर्ज पर विकसित करने के लिए गंभीरता से काम कर रही है। शिक्षक फिरोज खान ने सूचना संप्रेषण तकनीक (आईसीटी) के शिक्षण में प्रयोग पर शोध किया है। शोध से ग्रामीण परिषदीय स्कूलों के बच्चे शहर के बच्चों की तरह तकनीकों में समृद्ध होने के साथ मनोरंजन के माध्यम से पढ़ाई करेंगे। साथ ही परिषदीय विद्यालयों में नामांकन का ग्राफ तेजी से बढ़ेगा। • जिले के गुलावठी ब्लाक के संविलियन विद्यालय चिड़ावक के सहायक अध्यापक फिरोज खान ने सूचना संप्रेषण तकनीक प्रयोग पर शोध से शिक्षा को नया आयाम दिया है। शोध से शिक्षक शिक्षण में सूचना M Firo Khan अपने विद्यालय में आईसीटी के माध्यम से बच्चों को पढ़ाते शिक्षक फिरोज खान • सौ स्वयं संप्रेषण तकनीक (आईसीटी) के माध्यम से दीक्षा योजना को बेहतर तरीके से क्रियवित कर पाएंगे। साथ ही आईसीटी के प्रयोग से शिक्षण मनोरंजक होने से बच्चों का अधिगम संप्राप्ति स्तर सुधरने व विद्यालय ठहराव में मदद मिलने के साथ बच्चे बुनियादी शिक्षा के दौरान शिक्षण में आईसीटी का बेहतर प्रयोग भी सीख सकेंगे। साथ ही परिषद विद्यालय कांवेंट स्कूलों की तरह स्मार्ट बन जाएंगे। फिरोज खान ने अपने सूचना संप्रेषण तकनीक प्रयोग में छात्र- अभिभावक व शिक्षकों पर शोध किया है। इसमें तकनीक के प्रयोग में आने वाली बाधा व उनके समाधान के सुलभ तरीके सुझाए हैं। राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद ने इस शोध को शिक्षक संदर्शिका में शामिल कर लिया है। इससे पहले फिरोज बेसिक शिक्षा विभाग की 35 ई-बुक बनाने वाले बेसिक शिक्षा में क्रांतिकारी बदलाव हो रहे हैं। बेसिक •शिक्षा विभाग के शिक्षक फिरोज के आईसीटी पर शोध जनपद व प्रदेश के लिए गौरवांवित करने वाला है। जिले में बेसिक शिक्षा विभाग निरंतर कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। – चंद्रप्रकाश सिंह, डीएम प्रदेश की टीम में शामिल रह चुके हैं। फिरोज ने बताया कि सूचना संपर्क तकनीक शिक्षण में सुगमता लगाने के लिए कंप्यूटर, प्रोजेक्टर, ईबुक आदि का इस्तेमाल करने में सहायक होती है। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद दिल्ली ने 16 थीम पर दिसंबर माह में शोध पत्र मांगे थे। देशभर से सिर्फ बेसिक शिक्षा विभाग के प्रदेश से दो शिक्षकों ने अपने शोध पत्र जमा करना विभाग के लिए सुखद है। इनमें से जनपद के शिक्षक फिरोज खान व दूसरी शिक्षिका कानपुर के सरसौल ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय खुजऊपुर की पिछले 14 साल से विद्यालय में सूचना संपर्क तकनीक का प्रयोग कर रहा हूं। एससीईआरटी के निर्देश पर आईसीटी प्रयोग थीम पर शोध किया है। आईसीटी के प्रयोग सेबच्चों मनोरंजन के साथ पढ़ाई कर सकेंगे। – फिरोज खान, शिक्षक संविलियन विद्यालय विज्ञासक पूजा यादव शामिल रही हैं। पूजा यादव ने परंपरागत शिक्षण विधियों की उदासीनता को प्रतिस्थापित करने पर शोध किया है। फिरोज खान को शिक्षा मंत्रालय की और से साल 2018 में आईसीटी (सूचना संपर्क तकनीक) के प्रभावशाली और नवाचारी एकीकरण से विद्यार्थी अधिगम प्रोन्नति के लिए नेशनल अवार्ड मिल चुका है।

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